मेनोपॉज़ क्या होता है और क्यों होता है?(Menopause Meaning in Hindi)- Dr Swati

Menopause Meaning in Hindi

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क्या आप भी रात में अचानक पसीने से तरबतर होकर उठती हैं? आपके पीरियड्स irregular हो गये हैं और सबको लगता है की आपका mood अचानक से बदल जाता है! यदि आपकी उम्र 40 वर्ष cross कर चुकी है तो इन सबका कारण कुछ और नहीं menopause है।

Menopause” का हिंदी में अर्थ है “रजोनिवृत्ति”| Menopause एक प्राकर्तिक प्रक्रिया है परन्तु आपको जानकार हैरानी होगी कि 80% भारतीय महिलाओं को menopause के बारे में सही जानकारी नहीं है।

बहुत सारे लोगों को इस  बात की जानकारी नहीं होती है कि Menopause क्या है या Menopause meaning in hindi। कारण कई महिलाएं इसे बुढ़ापे की शुरुआत मानकर डर जाती हैं, तो कई इसे छुपाने की कोशिश करती हैं। 

लेकिन Yaami IVF and Fertility Center की expert Dr. Swaati का कहना है कि सही जानकारी और तैयारी के साथ, Menopause जीवन का एक नया और खुशहाल अध्याय हो सकता है।

आइये जानते हैं menopause meaning in hindi, इसके लक्षण क्या हैं, इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं तथा menopause से जुडी सम्पूर्ण जानकारी।

Menopause का मतलब क्या होता है? (Menopause Meaning in Hindi)

Menopause एक प्राकर्तिक प्रक्रिया है जो हर महिला के जीवन का बहुत महत्वपूर्ण भाग है। 

Menopause शब्द की उत्पत्ति Greek भाषा से हुई है जहा meno का अर्थ है महीना जो कि menstrual cycle से connected है और pause मतलब stop। अर्थात आपके पीरियड्स का रुक जाना।

Menopause (मेनोपॉज) का मतलब है महिला के मासिक धर्म (periods) का हमेशा के लिए बंद हो जाना। 

यदि medically समझा जाए तो menopause तब होता है जब ovaries (अंडाशय) द्वारा estrogen और progesterone हार्मोन का उत्पादन बंद हो जाता है। 

परिणामस्वरूप पीरियड्स रुक जाते हैं। हालांकि जब आपके पीरियड्स लगातार 12 महीने तक नही आते तब officially menopause माना जाता है परन्तु उससे पहले भी कर बार आपके पीरियड्स में काफी लम्बा gap आ सकता है और पीरियड्स अनियमित भी होते हैं ये सब भी menopause का ही part है। 

Reproductive experts के अनुसार पीरियड्स एकदम से बंद नही होते हैं बल्कि ये menopause का process लगभग 2-10 साल तक चल सकता है।

Menopause के process को completely समझने के लिए जरुरी है कि आप menopause के चरणों को समझे।

Menopause का मतलब क्या होता है? (Menopause Meaning in Hindi)
Menopause का मतलब क्या होता है? (Menopause Meaning in Hindi)

1. Perimenopause: 

यह menopause से पहले का समय है जब हार्मोन में उतार-चढ़ाव शुरू हो जाता है। इस दौरान पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।

2. Menopause:

जब 12 महीने तक पीरियड्स बिल्कुल नहीं आते।

3. Postmenopause:

Menopause के बाद का समय जो जीवनभर चलता है।

Menopause किसी भी महिला के जीवन का एक natural transition है। यह इस बात को भी indicate करता है कि एक महिला ने अपनी reproductive journey पूरी कर ली है और life के न्यू stage में प्रवेश करने जा रही है।

Menopause कितनी उम्र में होता है?

Menopause की कोई fix age नही है यह हर महिला की body और lifestyle पर depend करता है। हालाँकि menopause के लिए एक average age 40 से 58 के बीच कभी भी हो सकती है।

भारतीय महिलाओं में menopause की औसत उम्र 47-48 साल है, जबकि global average 51 साल है।

साथ ही National Library of Medicine में प्रकाशित Indian Journal of Medical Research के अनुसार, शहरी महिलाओं में यह ग्रामीण महिलाओं की तुलना में थोड़ा जल्दी होता है।

आइये जानते हैं वो कौनसे factors हैं जो महिलाओं में menopause की age को प्रभावित करते हैं!

उम्र को प्रभावित करने वाले कारक:

1. Genetic factors: यदि आपकी मां या दादी का menopause जल्दी हुआ था, तो आपका भी जल्दी हो सकता है।

2. Lifestyle factors: Smoking करने वाली महिलाओं में menopause 1-2 साल जल्दी होता है। अच्छी diet और exercise करने वाली महिलाओं में यह naturally appropriate age में होता है।

3. Medical factors: Chemotherapy, radiation, या ovaries की surgery से menopause जल्दी हो सकता है।

4. BMI (Body Mass Index): यदि किसी महिला का वजन बहुत कम है या बहुत ज्यादा है तो menopause timing प्रभावित हो सकती है।

Early Menopause (40 से पहले): Early menopause को premature menopause कहते हैं। यह 1% महिलाओं में होता है और medical attention की जरूरत होती है।

Late Menopause (55 के बाद): Late menopause अर्थात menopause की age निकल जाने के बाद भी यदि पीरियड्स बंद न हो तो भी medical consultation की जरूरत होती है क्योंकि कभी-कभी यह hormonal imbalance का संकेत हो सकता है।

महिलाओं में मेनोपॉज के क्या लक्षण हैं?

महिलाओं में मेनोपॉज के क्या लक्षण हैं?

Menopause के लक्षण हर महिला में अलग होते हैं। कुछ महिलाओं को minimal symptoms होते हैं, जबकि कुछ को severe symptoms का सामना करना पड़ता है। Menopause के लक्षण शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकते हैं, जैसे

Physical Symptoms of Menopause

1. Hot Flashes: Menopause के दौरान महिलाओं को heat flashes आते हैं जिसमे अचानक से गर्मी लगना, पसीना आना आदि शामिल है। यह रात को ज्यादा परेशान करता है।

2. Night Sweats: रात में पसीने से तरबतर होकर उठना भी menopause का ही लक्षण है।

3. Irregular Periods: यदि आपको heavy bleeding हो और फिर धीरे धीरे कम होकर बंद हो जाए तो ये भी menopause का ही लक्षण है।

4. Vaginal Dryness (योनी में सूखापन): चूँकि menopause के समय estrogen का उत्पादन बंद हो जाता है तो ऐसे में vaginal dryness हो सकती है।

5. नींद में समस्या: रात में बार बार जागना या काफी समय तक नींद ना आना भी menopause का लक्षण है।

6. Weight Gain: कई महिलाओं में menopause के दौरान weight बढ़ जाता है।

7. Excessive Hair Fall: चूँकि menopause के दौरान hormones में बहुत सारे बदलाव आते हैं ऐसे में आपको hairfall की समस्या भी हो सकती है।

Mental and Emotional Symptoms of Menopause

1. Mood Swings: बार बार mood swing होना और अचानक से ख़ुशी या गुस्से जैसे strong emotion feel करना।

2. Depression and Anxiety: बिना कारण उदासी या चिंता में रहना।

3. Memory Problems: बार बार भूल जाना या concentrate करने में struggle करना।

4. Irritability: छोटी छोटी बातों पर irritation होना। 

5. Low Energy: हमेशा थकान महसूस करना।

Menopause के ये सभी symptoms temporary हैं अर्थात जैसे ही महिलाओं का menopause का फेज ख़त्म होता है ये symptoms भी कम हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त menopause के symptoms आदि को सही lifestyle और खानपान से manage किया जा सकता है।

मेनोपॉज के दौरान पीरियड कैसा होता है?

Menopause के दौरान periods में gradual changes होते हैं। यह process अचानक नहीं होती बल्कि धीरे-धीरे 2-8 साल में complete होती है इस दौरान आपके periods’ pattern में बहुत सारे changes आते हैं जैसे:

  • Irregular timing होना अर्थात कभी 21 दिन में, कभी 35-40 दिन में पीरियड्स आना।
  • Flow में changes होना जैसे कभी बहुत ज्यादा bleeding होना, कभी light spotting होना, कभी कम समय के लिए पीरियड्स आना और कभी 7-8 दिन तक bleeding होना।
  • Mood swings, breast tenderness, bloating ज्यादा होना।
  • कुछ महीने periods miss हो जाना और कई महीनो के gap के बाद पीरियड्स आना।

हालाँकि menopause के दौरान पीरियड्स irregular और अलग pattern से होते हैं परन्तु फिर भी आपको ज्यादा तकलीफ हो जैसे बहुत heavy bleeding होना जो normal activities को affect करे या फिर Period के बाद bleeding होना आदि तो तुरंत doctor से consult करें क्योंकि ये अन्य समस्या का संकेत भी हो सकते हैं।

पुरुष में मेनोपॉज कब होता है?

पुरुष में मेनोपॉज कब होता है?

सुनने में थोडा अजीब लग सकता है परन्तु जैसे महिलाओं में menopause एक defined biological process है, पुरुषों में इसका equivalent “andropause” या “male menopause” कहलाता है। यह महिलाओं की तरह sudden नहीं होता बल्कि gradual process है।

Andropause basically पुरुषों के testosterone levels पर depend करता है अर्थात 30 साल की उम्र के बाद हर साल testosterone levels 1-2% कम होते जाते हैं। 40-50 साल की उम्र में यह ज्यादा noticeable हो जाता है।  

  • शारीरिक बदलाव:

बढती उम्र के साथ पुरुषों के शरीर में भी कई तरह के बदलाव आते हैं जैसे energy levels में कमी होना, Muscle mass और strength में कमी, पेट के आसपास weight गेन होना, Bone density में कमी, sexual desire में कमी आदि।  

  • मानसिक बदलाव:

शारीरिक बदलाव के साथ साथ कई तरह के मानसिक बदलाव भी पुरुषों में देखे जाते हैं जैसे Mood में irritability,  Concentration problems, याददाश्त का कमजोर होना या चीजें भूल जाना आदि।   

  • Sexual health:

Andropause होने से पुरुषों के hormones में बदलाव होते हैं और इससे उनकी sexual health भी प्रभावित होती है जैसे erectile dysfunction होना, Libido में कमी, तथा sexual performance कम होना।  

मेनोपॉज के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?

Menopause महिलाओं की life का एक बहुत ही crucial phase होता है और छोटी छोटी सावधानियां आपको unnecessary complications से बचाके आपके इस समय को आरामदायक बना सकती हैं।  

Lifestyle से किये जाने वाले बदलाव:

1. धूम्रपान और तंबाकू से बचें क्योंकि:

  • Hot flashes को बढ़ाता है।  
  • Bone density को कम करता है।  
  • Heart disease का risk बढ़ाता है।  
  • Skin aging को तेज करता है।  

2. अधिक शराब का सेवन:

  • Sleep quality को बिगाड़ता है।  
  • Hot flashes trigger करता है।  
  • Bone health को नुकसान पहुंचाता है।  
  • Weight gain का कारण बनता है।  

3. Caffeine की अधिकता:

  • Anxiety और irritability बढ़ाता है।  
  • Sleep problems create करता है।  
  • Hot flashes को trigger कर सकता है।  

Diet में किये जाने वाले बदलाव:

1. Processed और junk food का सेवन बिलकुल न करें क्यूंकि:

  • ये आपके Weight gain का कारण बनता है।  
  • इससे Inflammation बढती है।  
  • ये आपके Energy levels को कम करता है।  

2. Sugar कम कर दे या इसका सेवन बिलकुल न करें:

  • Mood swings को बढ़ाता है। 
  • Weight gain का कारण। 
  • Energy crashes create करता है। 

इसके अतिरिक्त Spicy और hot foods न खाएं क्यूंकि ये आपके Hot flashes को trigger कर सकते हैं। 

Emotional और Mental Health को प्राथमिकता दें :

  1. यदि लम्बे समय से Stress है तो उसे ignore न करें क्योंकि ये आपके अन्य सभी symptoms को बढ़ाता है और Hormonal balance को बिगाड़ता है। 
  1. लम्बे समय तक अकेले न रहें, क्योंकि Social isolation Depression को बढ़ाता है और आपके आस पास मौजूद Support system को कम करता है। 
  1. Sedentary lifestyle को avoid करें क्योंकि ये आपके weight gain का कारण बनता है, bone density कम करता है तथा Mood को भी negatively affect करता है। Physical activity जैसे योग, walk, dance, आदि आपकी mental और physical health दोनों के लिए ही अच्छा है। 
  1. अचानक intense exercise न करें क्योंकि इस्सके आपको joint problems या Injury हो सकती है

Menopause का अर्थ सिर्फ periods का बंद होना नहीं है – यह एक महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण transition phase है। आज के समय में medical science ने menopause management को बहुत आसान बना दिया है। Hormone therapy, lifestyle modifications, और psychological support के साथ यह journey को comfortable बनाया जा सकता है।

सबसे जरूरी बात यह है कि इसे शर्म की बात न मानकर openly discuss करें।

यदि आप women fertility health से जुड़े और सवालों के जवाब चाहती हैं या pre-menopause phase में माँ बनना चाहती हैं तो यामी फर्टिलिटी सेंटर की expert team आपकी मदद के लिए तैयार है।

FAQs

मेनोपॉज़ कब होता है?

यह आमतौर पर 45 से 55 साल की उम्र के बीच होता है, लेकिन कुछ महिलाओं में यह जल्दी या देर से भी हो सकता है।

मेनोपॉज़ के लक्षण क्या हैं?

इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
– अनियमित पीरियड्स
– गर्मी लगना (Hot flashes)
– मूड स्विंग्स
– नींद में परेशानी
– योनि में सूखापन
– थकान और चिड़चिड़ापन

क्या मेनोपॉज़ का इलाज होता है?

मेनोपॉज़ एक बीमारी नहीं है, इसलिए इसका “इलाज” नहीं होता, लेकिन इसके लक्षणों को दवा, जीवनशैली में बदलाव और हार्मोन थेरेपी से नियंत्रित किया जा सकता है।

मेनोपॉज़ के बाद क्या गर्भधारण संभव है?

मेनोपॉज़ के बाद महिला की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है, इसलिए प्राकृतिक रूप से गर्भधारण मुश्किल होता है।

क्या हर महिला को मेनोपॉज़ के लक्षण महसूस होते हैं?

नहीं, हर महिला को एक जैसे लक्षण नहीं होते। कुछ महिलाओं को बहुत हल्के लक्षण होते हैं, जबकि कुछ को गंभीर परेशानी होती है।

क्या मेनोपॉज़ महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है?

हां, मेनोपॉज़ के दौरान हार्मोनल बदलावों की वजह से कई महिलाओं को चिड़चिड़ापन, चिंता, डिप्रेशन या मूड स्विंग्स जैसी मानसिक समस्याएं हो सकती हैं।

क्या मेनोपॉज़ केवल महिलाओं में होता है?

मेनोपॉज़ विशेष रूप से महिलाओं में होता है, लेकिन पुरुषों में भी उम्र के साथ टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कम होता है, जिसे “Male Andropause” कहा जाता है। यह मेनोपॉज़ जैसा ही होता है लेकिन प्रक्रिया अलग होती है।

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