जिंदगी में कुछ breakdown ऐसे होते हैं,जो हमें पूरी तरह से तोड़ कर रख देते हैं। हालांकि, इस breakdown से बाहर निकलने में समय जरूर लगता है लेकिन अगर साथ में कोई हो, तो यह थोड़ा आसान हो जाता है।
ऐसा ही एक मुश्किल वक्त होता है जब couples गर्भपात (abortion) का सामना करते हैं। इसका असर पुरुष पर मानसिक रूप से लेकिन महिला पर शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से पड़ता है, और इस समय उन्हें सबसे ज्यादा emotional & mentally support की जरूरत होती है।
अगर इस समय दोनों एक दूसरे को physical और emotional support दें, तो परिस्थितियाँ धीरे-धीरे सही हो सकती हैं।
गर्भपात की इन्ही परिस्थितयों के बीच एक सवाल जो अक्सर couples के मन में आता है, वह है, गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए?
यह सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि हर महिला का शारीरिक और मानसिक recovery process अलग-अलग होता है तो couples अक्सर इस बात को लेकर confuse रहते हैं कि गर्भपात के कितने दिनों बाद सम्बन्ध बनाना safe है।
आज के इस blog में, हम Yaami Fertility के experts Dr.Sankalp Singh और Dr. Swati Singh के मार्गदर्शन में विस्तार से जानेंगे कि गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, ताकि आप अपने रिश्ते को और भी मजबूत बना सकें।
गर्भपात के तुरंत बाद सेक्स करने से क्या होता है?

हालाँकि normal days में intimacy सभी couples की life का एक important part होती है परन्तु गर्भपात के बाद स्थिति सामान्य से अलग होती है।
गर्भपात के तुरंत बाद सेक्स करना safe नहीं माना जाता हैं, क्योंकि इस समय महिला का गर्भाशय पूरी तरह से रिकवर नहीं होता और उसका मुंह (cervix) खुला होता है, जिससे महिला को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
जैसे:
1. संक्रमण का खतरा
Abortion के तुरंत बाद शारीरिक संबंध बनाने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। चूँकि इस समय महिला का गर्भाशय का मुंह (cervix) खुला होता है, ऐसे में अगर शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं, तो बैक्टीरिया आसानी से शरीर के अंदर पहुँच सकते हैं, जिससे संक्रमण की संभावना बहुत अधिक हो जाती है।
यह संक्रमण न केवल महिला के लिए, बल्कि पुरुष के लिए भी हानिकारक हो सकता हैं।
गर्भपात के बाद शरीर की रिकवरी प्रक्रिया में समय लगता है, इसलिए, Dr. के द्वारा ये सलाह दी जाती है कि गर्भपात के बाद कम से कम 2-3 सप्ताह तक physical intimacy से बचना चाहिए, ताकि body पूरी तरह से ठीक हो सके और infection का खतरा कम हो।
2. अत्यधिक रक्तस्राव
Abortion (गर्भपात) के तुरंत बाद महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं। इस दौरान कुछ दिनों तक bleeding होना सामान्य है, लेकिन इस समय अगर couple sexual intercourse करते हैं, तो इससे infection का खतरा काफी बढ़ जाता है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अबॉर्शन के बाद महिला की internal tissues (भीतरी ऊतक) बहुत नाज़ुक और संवेदनशील हो जाते हैं। अगर इस स्थिति में शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं, तो इससे पेट में तेज़ दर्द, सूजन और heavy bleeding जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. अनचाही प्रेग्नेंसी का जोखिम
गर्भपात (abortion) के तुरंत बाद अगर intimate relations बनाए जाते हैं, तो unplanned pregnancy का खतरा हो सकता है। इसका कारण यह है की आमतौर पर ovulation 2-3 हफ्ते के बाद वापिस शुरू हो सकता है और अगर संबंध ovulation (अंडोत्सर्ग) के दौरान बनायें जाये, तो दोबारा pregnancy होने की संभावना बढ़ जाती है।
इस समय महिला का शरीर पूरी तरह से रिकवर नहीं हुआ होता, ऐसी स्थिति मां और बच्चे दोनों के लिए risky हो सकती है।
इसलिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि abortion के बाद कुछ समय तक शारीरिक संबंधों से बचें, ताकि शरीर को पूरी तरह से heal होने का मौका मिले और pregnancy complications से भी बचा जा सके।
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गर्भपात के बाद सेक्स करने के लिए कितना इंतज़ार करना चाहिए
गर्भपात के बाद सेक्स करने का समय इस बात पर निर्भर करता है। कि महिला और पुरुष दोनों भावनात्मक रूप से कैसे महसूस कर रहे हैं।
डॉक्टर इस मामले में दोनों के विचारों और स्थिति का ध्यान रखते हैं, क्योंकि यह दोनों partner की मानसिक और शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है।
हालांकि, डॉक्टर का यह सुझाव रहता है कि 2-3 हफ्ते तक शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। इस समय महिला का शरीर पूरी तरह से रिकवर नहीं हुआ होता और महिला को शारीरिक और मानसिक आराम की आवश्यकता होती है।
इसके अलावा, अगर गर्भपात सर्जिकल तरीके से या सामान्य दवाओं की मदद से हुआ है, तो रिकवरी का समय थोड़ा अलग हो सकता है। कुछ मामलों में, महिला को शारीरिक रूप से ठीक होने में 2-3 महीने भी लग सकते हैं।
गर्भपात के कितने दिन बाद सम्बन्ध बनाना चाहिए
गर्भपात के बाद दोबारा physical intimacy कब शुरू करनी चाहिए, ये सवाल कई coupls के मन में आता है। इसका जवाब सिर्फ एक समय सीमा नहीं, बल्कि महिला की emotional readiness और body की recovery पर निर्भर करता है।
अगर महिला खुद को comfortable महसूस करती है, तो शारीरिक संबंध बनाने का निर्णय उनके ऊपर निर्भर करता है। लेकिन experts का मानना है कि कम से कम 2 से 3 हफ्तों तक intimacy से बचना चाहिए।
National Institute of Health and Medicine के अनुसार, अगर गर्भपात के बाद भी महिला को bleeding हो रही हो और इस दौरान sexual intercourse किया जाए, तो संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
अगर recovery पूरी हुए बिना ही physical intimacy की जाती है, तो इससे कई health risks और हो सकते हैं और सबसे बड़ा खतरा होता है unwanted pregnancy का।
इस दौरान अगर pregnancy हो जाए, तो न तो महिला का शरीर इसके लिए तैयार होता है और न ही ये स्थिति आने वाले बच्चे के लिए सुरक्षित मानी जाती है।
ऐसे में इस नाजुक समय में couples को एक-दूसरे को mental और emotional support देना चाहिए, ना कि जल्दबाज़ी करनी चाहिए।
गर्भपात के बाद अन्य ध्यान में रखे जाने वाली बातें
Physical Intimacy के अतिरिक्त और जो सबसे महत्वपूर्ण और ध्यान में रखने वाली बात है वो है आराम।
गर्भपात के बाद महिला का शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और कई cases में खून की कमी भी आ जाती है, ऐसे में रिकवरी के लिए rest बहुत जरूरी है।
सिर्फ आराम ही नहीं, बल्कि खानपान का भी पूरा ध्यान रखें। संतुलित और पौष्टिक आहार लें ताकि body जल्दी heal हो सके।
अगर किसी भी समय bleeding ज़्यादा होने लगे, बुखार आए, पेट में असहनीय दर्द हो, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें। इसी के साथ regular checkup करवाना बहुत ज़रूरी है।
गर्भपात के बाद भावनात्मक उतार-चढ़ाव आना सामान्य है, ऐसे में खुद को अकेला न छोड़ें। अपने परिवार, दोस्तों और पार्टनर से बात करें, उनके साथ समय बिताएं, और अपने मन की बात खुलकर साझा करें।
अगर आपका गर्भपात से सम्बंधित (जैसे कि – गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए?) या pregnancy से जुड़ा कोई भी सवाल या चिंता है, तो बिना हिचकिचाए Yaami Fertility के experts से बात करें।
आपकी हर समस्या को समझना और आपको माता-पिता बनने के सफर में साथ देना ही हमारा परम कर्तव्य है।
FAQs
1. गर्भपात के बाद शरीर को आराम क्यों देना चाहिए?
गर्भपात के बाद बहुत अधिक bleeding होती है, जिससे महिला का शरीर कमजोर हो जाता है। सिर्फ शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से भी महिला थकी हुई महसूस करती है।
इसके अलावा, utres को अपनी सामान्य स्थिति में लौटने में समय लगता है। ऐसे में पर्याप्त आराम बहुत ज़रूरी है ताकि महिला जल्दी recover हो सके और अपनी सेहत को बेहतर बना सके।
2. गर्भपात के कितने समय बाद शरीर सामान्य हो जाता है?
गर्भपात के बाद body को पूरी तरह से normal होने में करीब 4 से 6 हफ्ते लग सकते हैं। इस दौरान uterus अपने पुराने आकार में लौटता है, bleeding धीरे-धीरे रुकती है और बॉडी के hormones भी normal होने लगते हैं।
Abortion के बाद महिला के शरीर और मन दोनों में कई तरह के physical और emotional changes आते हैं। इसलिए recovery का टाइम हर किसी के लिए अलग हो सकता है। साथ ही, mentally ठीक होना भी इस process का एक अहम हिस्सा होता है
3. गर्भपात के बाद काम पर कब लौटना सही होता है?
यह पूरी तरह महिला की recovery पर निर्भर करता है। अगर महिला खुद को normal महसूस कर रही है, तो वह 2-3 दिन बाद काम पर लौट सकती है।
लेकिन अगर weakness लग रही हो, bleeding हो रही हो या fatigue महसूस हो रही हो, तो ऐसे में body को पूरा आराम देना ज़रूरी है। जब तक आप पूरी तरह से ठीक महसूस न करें, तब तक rest करें और जल्दबाज़ी न करें।
4. क्या गर्भपात के बाद टैम्पोन का इस्तेमाल किया जा सकता है?
गर्भपात के बाद tampon का इस्तेमाल करना सही नहीं होता है क्योंकि टैम्पोन के जरिए बैक्टीरिया uterus में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे infection का खतरा हो सकता है।
ऐसे में pad का इस्तेमाल करना बेहतर होता है, क्योंकि इससे यह पता चलता है कि कितनी bleeding हो रही है। अगर bleeding सामान्य से ज्यादा हो रही हो, तो आप डॉक्टर से सलाह भी ले सकते हैं।
5. क्या गर्भपात के बाद ब्लीडिंग होना सामान्य है?
जी हां, गर्भपात के बाद bleeding होना सामान्य है। यह रिकवरी का एक हिस्सा है, क्योंकि शरीर गर्भ के ऊतकों को बाहर निकालता है। गर्भपात के बाद 1-2 weeks तक bleeding हो सकती है, जिसमें blood clots भी आ सकते हैं। शुरुआत में यह bleeding थोड़ी ज्यादा हो सकती है, लेकिन समय के साथ यह हल्की होती जाती है।
हालांकि, अगर bleeding बहुत ज्यादा हो, या साथ में dizziness, fever, या पेट में तेज़ दर्द हो, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना ज़रूरी है।
6. गर्भपात के बाद पीरियड्स कब आते हैं?
सामान्यत: गर्भपात के 4-6 weeks बाद periods आ जाते हैं, लेकिन यह महिला के शरीर पर निर्भर करता है। कुछ महिलाओं के periods जल्दी आ जाते हैं, जबकि कुछ महिलाओं को periods आने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है।

Meet Dr. Swati Singh, a renowned Reproductive Medicine and IVF Specialist based in Indore. With 17 years of experience, she stands as a beacon of hope for couples at Yaami Fertility and IVF Center. Dr. Singh’s passion for academic teaching, research, and cutting-edge technology shines through as she helps couples realize their parenthood dreams with unwavering dedication.